खुल्ली किताब बनकर बैठे हैं मेरे ख्वाब, उन्हे सुनकर मुझे तुम्हे सुनाने है आज। खुल्ली किताब बनकर बैठे हैं मेरे ख्वाब, उन्हे सुनकर मुझे तुम्हे सुनाने है आज।
और ये नक्शा अच्छा बने ये हर एक का प्रयास होता है। और ये नक्शा अच्छा बने ये हर एक का प्रयास होता है।
जब तक रहो हिंद में तब तक हिंदी का कुछ मान करो।। जब तक रहो हिंद में तब तक हिंदी का कुछ मान करो।।
खोकर सबकुछ शायद एक दिन सच को तू जीत पाएगा। खोकर सबकुछ शायद एक दिन सच को तू जीत पाएगा।
और अनगिनत सुनहरी यादों को समेटे रखा है इस छोटे से ताले ने। और अनगिनत सुनहरी यादों को समेटे रखा है इस छोटे से ताले ने।
उन्हीं छोटी-छोटी खुशियों को अनदेखा कर हरकोई उदासीन रहता है प्रतिदिन। उन्हीं छोटी-छोटी खुशियों को अनदेखा कर हरकोई उदासीन रहता है प्रतिदिन।